लगातार बारिश से बिगड़ते जा रहे हैं उत्तराखंड के हालात, बद्रीनाथ में फंसे तीर्थ यात्री

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uttarakhand-barishतीन दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से उत्तराखंड के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। राज्य के कई ऊपरी इलाकों से संपर्क कट गया है। उत्तरकाशी में हालात सबसे खराब हालात हैं। यहां सैकड़ों तीर्थ यात्री फंसे हुए हैं। चारधाम यात्रा शनिवार को भी स्थगित रही। बारिश के चलते बहुत से तीर्थ यात्री बद्रीनाथ में फंसे हुए हैं। इन यात्रियों को निकालने की कोशिश जारी है। प्रशासन ने बारिश के चलते जोशीमठ और चमोली में अलर्ट जारी कर दिया है।

प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि वो सुरक्षित जगहों पर चले जाएं. बारिश के चलते पहले यात्रा सिर्फ शुक्रवार तक के लिए स्थगित की गई थी लेकिन प्रशासन ने यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले जिलों को एक परामर्श जारी करके उन्हें तीर्थयात्रा शानिवार को बहाल न करने के लिए कहा है।  उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट रविशंकर ने बताया, मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए हमने गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा को शनिवार के दिन भी स्थगित की। यात्रा फिर से शुरू की जा सकती है लेकिन यह भी ऊंचे इलाकों के मौसम और उन सड़कों की हालत पर निर्भर करेगा, जो इस समय कई स्थानों पर बंद हैं।

हालांकि उन्होंने कहा कि जिले में बारिश ज्यादा नहीं हो रही है, इससे संकेत मिलते हैं कि रविवार तक मौसम ठीक हो सकता है। उत्तराखंड में मौसम विभाग ने पहले ही भारी बारिश की चेतावनी दी थी। प्रशासन ने चारधाम यात्रा पर रोक लगा रखी है, अब सावधानी बरतते हुए स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने का आदेश भी जारी कर दिया है। राज्य सरकार ने पहाड़ी इलाकों में SDRF और NDRF की टीमों को मुस्तैद रहने को कहा है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, टिहरी, चमोली, देहरादून, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और पौड़ी में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। ऋषिकेश बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगह पहाड़ खिसक गए हैं और भूस्खलन भी हुआ है.जिसके चलते भारी मलबा हाई वे पर आ गिरा है।

राष्ट्रीय राजमार्ग 8 जगहों कंचन नाला, लामबगड़, पाताल गंगा, टंगड़ी पागल नाला, नंद प्रयाग, कमेंडा, गोचर, सिरोबगड़ और मूल्यागांव में बंद है। रास्ते बंद होने से ऋषिकेश बद्रीनाथ राष्ट्रीय़ राजमार्ग हजारों लोग फंसे हुए हैं। उत्तराखंड के कई गांवों का संपर्क सड़क से कट चुका है। वहीं जोशीमठ में शुक्रवार शाम से संचार सेवा ठप पड़ी हैं। गौरतलब है कि पिछले साल हुई बारिश से मची तबाही में सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।